राजस्थान में फिर करवट लेगा मौसम: आंधी-बारिश की चेतावनी के साथ गर्मी का कहर बरकरार, कई जिलों में येलो अलर्ट जारी
राजस्थान में अप्रैल महीने के अंत तक आते-आते एक बार फिर मौसम का मिजाज तेजी से बदलने जा रहा है। जहां एक ओर राज्य में भीषण गर्मी और लू ने आम जनजीवन को बेहाल कर रखा है, वहीं दूसरी ओर भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले कुछ दिनों के भीतर कई जिलों में आंधी, मेघगर्जन और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। इससे तापमान में आंशिक गिरावट देखने को मिल सकती है, जिससे लोगों को कुछ हद तक राहत मिलने की उम्मीद है।
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से बदलेगा मौसम का रुख
मौसम विभाग के अनुसार, एक नया पश्चिमी विक्षोभ 26 अप्रैल से उत्तर भारत की ओर सक्रिय हो रहा है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजस्थान के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में तेज़ हवाओं के साथ गरज-चमक, बिजली गिरने और आंशिक बारिश की संभावना जताई जा रही है। जयपुर, भरतपुर और कोटा संभागों में इसका प्रभाव अधिक रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह परिवर्तन न केवल दिन के तापमान में बदलाव लाएगा, बल्कि रात के तापमान को भी कुछ हद तक नीचे लाएगा।
तेज़ गर्मी और लू का असर बरकरार
हालांकि आने वाले कुछ दिनों में बारिश की गतिविधियां शुरू हो सकती हैं, परन्तु इससे पहले 25 अप्रैल को राज्य के कुछ जिलों में लू और तीव्र गर्मी का प्रकोप साफ तौर पर दिखाई दिया। झुंझुनूं, बाड़मेर, और श्रीगंगानगर जैसे जिलों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इन जिलों में मौसम विभाग द्वारा लू के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है, जो दर्शाता है कि इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
येलो अलर्ट: इन जिलों में रहे विशेष सतर्कता
भारतीय मौसम विभाग ने 26 अप्रैल के लिए जिन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है, उनमें दो तरह की चेतावनियां शामिल हैं—कहीं आंधी और बारिश का खतरा, तो कहीं लू की गंभीर स्थिति।
आंधी-बारिश संभावित जिले:
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अलवर, भरतपुर, धौलपुर, सवाई माधोपुर, करौली, दौसा
इन जिलों में तेज़ हवाओं के साथ बादल गरजने और आंशिक वर्षा की संभावना है। बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं, इसलिए लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
लू प्रभावित जिले:
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झुंझुनूं, जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर, श्रीगंगानगर
इन क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 44-45 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है और लू का प्रभाव बना रहेगा।
27 अप्रैल: गर्मी के और बढ़ने के संकेत
मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि 27 अप्रैल को तापमान और अधिक बढ़ सकता है, और राजस्थान के कई इलाकों में लू की स्थिति और भयावह हो सकती है। जिन जिलों में विशेष सावधानी की आवश्यकता है, वे निम्नलिखित हैं:
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भीलवाड़ा
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चित्तौड़गढ़
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बीकानेर
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चूरू
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हनुमानगढ़
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जोधपुर
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झुंझुनूं
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जैसलमेर
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श्रीगंगानगर
इन जिलों में गर्म हवाएं चलने की संभावना है और दिन का तापमान 45 डिग्री तक पहुंच सकता है।
मई की शुरुआत में फिर बदलेगा मौसम
मौसम विभाग का अनुमान है कि मई के पहले सप्ताह में एक और नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत में सक्रिय हो सकता है, जिसका असर राजस्थान पर भी पड़ेगा। इसके साथ ही पूर्वी हवाओं की दिशा में परिवर्तन के कारण राज्य के कई हिस्सों में बारिश और आंधी की गतिविधियों में इजाफा देखने को मिलेगा। इसका सीधा असर तापमान पर पड़ेगा, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
किसानों और आम नागरिकों के लिए सुझाव
राजस्थान में लगातार बदलते मौसम की स्थिति को देखते हुए मौसम विभाग ने आम नागरिकों और विशेषकर किसानों के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी जारी किए हैं:
गर्मी और लू से बचने के उपाय:
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दोपहर 12 से 3 बजे के बीच घर से बाहर निकलने से बचें।
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ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनें।
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अधिक से अधिक पानी पीएं और खुद को हाइड्रेट रखें।
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अत्यधिक गर्म स्थानों पर कार्य न करें, विशेषकर निर्माण स्थल या खेतों में।
आंधी-बारिश के समय की सावधानियाँ:
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बिजली गिरने की संभावना वाले समय में पेड़ों के नीचे खड़े न हों।
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खुले मैदान या ऊंचे स्थानों से दूरी बनाए रखें।
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मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग कम करें।
किसानों के लिए विशेष सलाह:
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जिन किसानों ने रबी की फसल की कटाई कर ली है, वे फसल को सुरक्षित स्थान पर स्टोर करें।
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बारिश और तेज़ हवाओं के कारण अनाज खराब हो सकता है, इसलिए खेतों में कटाई के बाद फसल न छोड़ें।
25 अप्रैल 2025 को प्रमुख शहरों का तापमान आंकड़ा
शहर | अधिकतम तापमान | न्यूनतम तापमान |
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जयपुर | 41°C | 27°C |
जोधपुर | 43°C | 28°C |
बीकानेर | 44°C | 29°C |
श्रीगंगानगर | 45°C | 30°C |
उदयपुर | 40°C | 26°C |
इन आंकड़ों से साफ है कि राजस्थान के कई शहरों में तापमान बहुत उच्च स्तर पर पहुंच गया है, जो मानव स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है।
Mosam Vibhag Alert जारी
राजस्थान इस समय दोहरी मौसमीय स्थिति का सामना कर रहा है—एक तरफ भीषण गर्मी और लू का प्रकोप, तो दूसरी ओर आंधी और बारिश की संभावनाएं। ऐसे में ज़रूरी है कि राज्य के नागरिक मौसम विभाग द्वारा जारी की गई चेतावनियों और सुझावों का पालन करें। प्रशासन और स्थानीय निकायों को भी चाहिए कि वे आवश्यक व्यवस्थाएं पहले से सुनिश्चित करें ताकि किसी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
आने वाले दिनों में मौसम का यह उतार-चढ़ाव न केवल आम जनजीवन को प्रभावित करेगा, बल्कि किसानों की फसल, जल संसाधनों और बिजली की खपत पर भी व्यापक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए इस बदलाव को हल्के में लेना उचित नहीं होगा। सतर्क रहकर ही हम इस मौसमीय चुनौती का सामना कर सकते हैं।
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